Wednesday, April 7, 2010

दो नैनों की कहानी

दो नैनों की है ये कहानी
एक में था काजल एक में पानी
पानी देख उन्हें लगा गया सावन
कोई कैसे बताये ये था प्रेम पावन

नयन हमेशा उन्हें ही बुलाये
सामने आते ही फिर क्यूँ नजर चुराए
आँखों से ढेरो नीर बहे
औरों को फिर भी एक
बूँद ना दिखे

कुदरत ने ऐसा मंत्र फूँका
एक तरफ था बाढ़ एक तरफ सूखा
नैनों ने पानी में डूबकी लगाई
पर मिली उसे गहरी खाई

दिल में
आया कई बार ये ख्याल
नैनों को
मारो गोली और भी हैं माल
फिर भी घूम-फिर के वहीँ अटकी जवानी
क्यूंकि ये थी '
उन ' दो नैनों की कहानी।

4 comments:

  1. नैनों को मारो गोली और भी हैं माल
    lol mast line hai

    ReplyDelete
  2. अरे माल और खास कुछ तो अंतर है................
    any way nice attempt ..wat a cOmbO Of humOur and seriOusness...

    ReplyDelete
  3. @himesh- dats y last two lines are thr..:)

    ReplyDelete
  4. naino ki mat suniyo re naina thag lenge.n1 ashish.

    ReplyDelete