दो नैनों की है ये कहानी
एक में था काजल एक में पानी
पानी देख उन्हें लगा आ गया सावन
कोई कैसे बताये ये था प्रेम पावन
नयन हमेशा उन्हें ही बुलाये
सामने आते ही फिर क्यूँ नजर चुराए
आँखों से ढेरो नीर बहे
औरों को फिर भी एक बूँद ना दिखे
कुदरत ने ऐसा मंत्र फूँका
एक तरफ था बाढ़ एक तरफ सूखा
नैनों ने पानी में डूबकी लगाई
पर मिली उसे गहरी खाई
दिल में आया कई बार ये ख्याल
नैनों को मारो गोली और भी हैं माल
फिर भी घूम-फिर के वहीँ अटकी जवानी
क्यूंकि ये थी ' उन ' दो नैनों की कहानी।
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नैनों को मारो गोली और भी हैं माल
ReplyDeletelol mast line hai
अरे माल और खास कुछ तो अंतर है................
ReplyDeleteany way nice attempt ..wat a cOmbO Of humOur and seriOusness...
@himesh- dats y last two lines are thr..:)
ReplyDeletenaino ki mat suniyo re naina thag lenge.n1 ashish.
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